चिराग पासवान की बात तो कुछ ही दिनों में हुई थी, यार! उन्होंने ऐसा कहा था जैसे वे अपनी पार्टी को खोखला करना चाहते हैं? लेकिन राजद ने उनका समर्थन नहीं किया, यह तो समझ में आता है। तेजस्वी यादव की बात सही है, वे वास्तव में चिराग की दूरदृष्टि को समझने में सक्षम नहीं हैं।
लेकिन मुझे लगता है कि चिराग पासवान ने अपनी बातों से सिर्फ ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है। उनकी राजनीतिक योजनाएं तो फिर भी अस्पष्ट हैं। मुझे लगता है कि वे अपनी पार्टी को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा करने के लिए उन्हें अपने दृष्टिकोण को समझने की जरूरत है।
क्या चिराग पासवान अपने बयान से सच्चाई बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, यार? उनकी राजनीतिक योजनाएं तो जानने के लिए और भी दिनों में ही रहेंगी।