प्रधानमंत्री मोदी की कार धुल रही थी, लेकिन इसकी तुलना भारतीय राजदूतों की सुरक्षा गाड़ियों से नहीं की जा सकती। यह वीडियो बिहार के एक लोकल कार वॉशिंग सेंटर में बनाया गया था, जहां इस डीजल गैसोलीन की गाड़ी धुल रही थी, जिसकी रजिस्ट्रेशन नंबर DL2CAY8176 है।
इस गाड़ी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और यह दावा फैल गया कि यह प्रधानमंत्री मोदी की कार है, जिसके बाद भी कई लोगों ने इसकी तस्वीरें साझा कीं। लेकिन क्या यह सच है?
प्रधानमंत्री मोदी की गाड़ी को सुरक्षित रखने के लिए विशेष प्रोटोकॉल हैं। उनकी गाड़ियों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए विशेष टीम होती है, जिसमें विशेषज्ञ भी शामिल होते हैं। यह टीम गाड़ी को नियमित रूप से धोने के लिए भी जिम्मेदार है।
लेकिन इसके बावजूद, इस गाड़ी में एक स्क्रू कसने का दृश्य वायरल हुआ। यह प्रश्न उठाता है कि प्रधानमंत्री की गाड़ी में भी ऐसा प्रोटोकॉल होना चाहिए या नहीं।
क्या यह एक छोटे से मुद्दे को बड़ा बनाने का प्रयास है, इस बारे में अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन यह तय हुआ है कि जब भी प्रधानमंत्री की गाड़ी धुल रही होती है, तो उस दृश्य का सावधानीपूर्वक पर्दाफाश किया जाता है।
लेकिन यह प्रश्न उठाता है कि अगर इस तरह के मुद्दों को बड़ा बनाया जाए, तो इसका क्या परिणाम होगा। क्या ऐसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं जहां प्रधानमंत्री की गाड़ी धुल रही होती है?
कोई भी ऐसा मामला नहीं दिखाई देता है, जहां इस तरह के दृश्य वायरल हों और इसका परिणाम निरंतरता और सुरक्षा से जुड़ा हो। इसलिए, यह कहना मुश्किल है कि यह वीडियो किस प्रकार की गाड़ी का है, लेकिन यह तय हुआ है कि उसका धुलने का दृश्य इस तरह से सावधानीपूर्वक जांचा गया है।
इस गाड़ी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और यह दावा फैल गया कि यह प्रधानमंत्री मोदी की कार है, जिसके बाद भी कई लोगों ने इसकी तस्वीरें साझा कीं। लेकिन क्या यह सच है?
प्रधानमंत्री मोदी की गाड़ी को सुरक्षित रखने के लिए विशेष प्रोटोकॉल हैं। उनकी गाड़ियों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए विशेष टीम होती है, जिसमें विशेषज्ञ भी शामिल होते हैं। यह टीम गाड़ी को नियमित रूप से धोने के लिए भी जिम्मेदार है।
लेकिन इसके बावजूद, इस गाड़ी में एक स्क्रू कसने का दृश्य वायरल हुआ। यह प्रश्न उठाता है कि प्रधानमंत्री की गाड़ी में भी ऐसा प्रोटोकॉल होना चाहिए या नहीं।
क्या यह एक छोटे से मुद्दे को बड़ा बनाने का प्रयास है, इस बारे में अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन यह तय हुआ है कि जब भी प्रधानमंत्री की गाड़ी धुल रही होती है, तो उस दृश्य का सावधानीपूर्वक पर्दाफाश किया जाता है।
लेकिन यह प्रश्न उठाता है कि अगर इस तरह के मुद्दों को बड़ा बनाया जाए, तो इसका क्या परिणाम होगा। क्या ऐसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं जहां प्रधानमंत्री की गाड़ी धुल रही होती है?
कोई भी ऐसा मामला नहीं दिखाई देता है, जहां इस तरह के दृश्य वायरल हों और इसका परिणाम निरंतरता और सुरक्षा से जुड़ा हो। इसलिए, यह कहना मुश्किल है कि यह वीडियो किस प्रकार की गाड़ी का है, लेकिन यह तय हुआ है कि उसका धुलने का दृश्य इस तरह से सावधानीपूर्वक जांचा गया है।