पाकिस्तान ने शनिवार को अपने साथी देश की ओर से एयरस्पेस पर 28 और 29 अक्टूबर तक बंद कर दिया है। जिसके साथ ही भारतीय हवाई मार्गों पर रुकावट आ गई। इस निर्णय ने व्यापक चिंताओं को जन्म दिया है, खासकर जब यह पाकिस्तान की रक्षा विशेषज्ञों से जुड़े सैन्य अभ्यास 'त्रिशूल' के पहले मध्य और दक्षिणी एयरस्पेस को संदर्भित करता है।
इस बीच, भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना के 30 हजार जवान थार में जुटाए गए हैं, जिसका अभ्यास 30 अक्टूबर से शुरू हो गया है। इस युद्धाभ्यास की शुरुआत एक दिन पहले से हुई है, और इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने गुजरात दौरे के दौरान सर क्रीक में सीमा विवाद की चर्चा की थी।
पाकिस्तान ने भारत की ओर से एयरस्पेस पर बंद कर दिया है, जिसके साथ ही हवाई मार्गों पर रुकावट आ गई। इस निर्णय ने व्यापक चिंताओं को जन्म दिया है और पाकिस्तान की रक्षा विशेषज्ञों से जुड़े सैन्य अभ्यास 'त्रिशूल' के पहले मध्य और दक्षिणी एयरस्पेस को संदर्भित करता है।
इस बीच, भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना के 30 हजार जवान थार में जुटाए गए हैं, जिसका अभ्यास 30 अक्टूबर से शुरू हो गया है और इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने गुजरात दौरे के दौरान सर क्रीक में सीमा विवाद की चर्चा की थी।
इस सैन्य अभ्यास के लिए भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना ने अपनी-अपनी आधुनिक हथियारों और हाई-टेक सिस्टमों को शामिल कराया है, जिसमें टी-90 एस और अर्जुन टैंक, हॉविट्जर तोपें, अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर, और हेवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर शामिल हैं। इस अभ्यास में UAV (ड्रोन), सटीक-निर्देशित मिसाइलें, लोइटर म्यूनिशन और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम की क्षमताओं का परीक्षण भी शामिल होगा।
इस बीच, भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना के 30 हजार जवान थार में जुटाए गए हैं, जिसका अभ्यास 30 अक्टूबर से शुरू हो गया है। इस युद्धाभ्यास की शुरुआत एक दिन पहले से हुई है, और इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने गुजरात दौरे के दौरान सर क्रीक में सीमा विवाद की चर्चा की थी।
पाकिस्तान ने भारत की ओर से एयरस्पेस पर बंद कर दिया है, जिसके साथ ही हवाई मार्गों पर रुकावट आ गई। इस निर्णय ने व्यापक चिंताओं को जन्म दिया है और पाकिस्तान की रक्षा विशेषज्ञों से जुड़े सैन्य अभ्यास 'त्रिशूल' के पहले मध्य और दक्षिणी एयरस्पेस को संदर्भित करता है।
इस बीच, भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना के 30 हजार जवान थार में जुटाए गए हैं, जिसका अभ्यास 30 अक्टूबर से शुरू हो गया है और इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने गुजरात दौरे के दौरान सर क्रीक में सीमा विवाद की चर्चा की थी।
इस सैन्य अभ्यास के लिए भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना ने अपनी-अपनी आधुनिक हथियारों और हाई-टेक सिस्टमों को शामिल कराया है, जिसमें टी-90 एस और अर्जुन टैंक, हॉविट्जर तोपें, अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर, और हेवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर शामिल हैं। इस अभ्यास में UAV (ड्रोन), सटीक-निर्देशित मिसाइलें, लोइटर म्यूनिशन और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम की क्षमताओं का परीक्षण भी शामिल होगा।