महाराष्ट्र में एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला डॉक्टर ने अपनी जान गंवाई थी। इस घटना के बाद कई आरोपियों पर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें से सबसे उल्लेखनीय सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने और प्रशांत बांकर के नाम लिखे हुए पीड़ित की हथेली पर मिला था।
पुलिस ने बताया कि शनिवार शाम फलटण ग्रामीण पुलिस थाने में सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने सरेंडर किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
शनिवार दोपहर पुलिस ने प्रशांत बांकर को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके खिलाफ मामला दर्ज है, वहीं इस मामले की जांच अधिकारी ने बताया है कि पीड़ित महिला डॉक्टर ने अपनी सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके रिश्तेदारों ने उसे दबाव डालकर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलने का प्रेशर था, वहीं जांचकर्मियों ने बताया है कि पीड़ित की सांसद और उसके दो पर्सनल असिस्टेंट अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए आए थे।
अधिकारियों ने बताया है कि पीड़ित डॉक्टर 23 अक्टूबर को फलटण में एक होटल में सुसाइड कर गई थी, जहां उसे गिरफ्तारी की जा रही थी। इसके बाद सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने सरेंडर किया, लेकिन तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले से जुड़े कई आरोपी अभी गिरफ्तार हैं, और पुलिस ने बताया है कि इनमें से सबसे उल्लेखनीय सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने और प्रशांत बांकर के नाम लिखे हुए पीड़ित की हथेली पर मिला था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले की जांच में अधिक से अधिक सब-इंस्पेक्टर और सीनियर अधिकारी शामिल रहेंगे।
पुलिस ने बताया कि शनिवार शाम फलटण ग्रामीण पुलिस थाने में सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने सरेंडर किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
शनिवार दोपहर पुलिस ने प्रशांत बांकर को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके खिलाफ मामला दर्ज है, वहीं इस मामले की जांच अधिकारी ने बताया है कि पीड़ित महिला डॉक्टर ने अपनी सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके रिश्तेदारों ने उसे दबाव डालकर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलने का प्रेशर था, वहीं जांचकर्मियों ने बताया है कि पीड़ित की सांसद और उसके दो पर्सनल असिस्टेंट अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए आए थे।
अधिकारियों ने बताया है कि पीड़ित डॉक्टर 23 अक्टूबर को फलटण में एक होटल में सुसाइड कर गई थी, जहां उसे गिरफ्तारी की जा रही थी। इसके बाद सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने सरेंडर किया, लेकिन तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले से जुड़े कई आरोपी अभी गिरफ्तार हैं, और पुलिस ने बताया है कि इनमें से सबसे उल्लेखनीय सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने और प्रशांत बांकर के नाम लिखे हुए पीड़ित की हथेली पर मिला था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले की जांच में अधिक से अधिक सब-इंस्पेक्टर और सीनियर अधिकारी शामिल रहेंगे।