भास्कर अपडेट्स:दक्षिण दिल्ली के चिराग में पांच मंजिला इमारत में दरारें, सभी लोग सुरक्षित निकाले गए

चिराग इलाके में पांच मंजिला इमारत में दरारें पड़ गईं, सभी लोग सुरक्षित निकाले गए। शनिवार शाम 5 मंजिला इमारत में हादसे की आशंका के चलते इमारत और आसपास के घरों को खाली कराया गया। पुलिस के अनुसार, किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

इस बीच, बेंगलुरु के तिलकनगर में ऑटो से बेडशीट में लिप्त महिला का शव बरामद हुआ। पुलिस ने बताया कि महिला का नाम सलमा (35) है। दोपहर करीब 4 बजे शव मिलने की सूचना मिली थी।

इसके अलावा, महाराष्ट्र के वाशिम जिले में एक पिता ने अपनी 2 साल की जुड़वां बेटियों की गल काटकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए शव जलाने की कोशिश भी की थी।

इसके अलावा, तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में एक निजी बस पलट गई। घटना में 7 यात्री घायल हुए हैं।
 
ਹाल ही में चिराग इलाकੇ ਵਿੱਚ ਪੰਜ ਮਾਨਸ਼ੀਲ ਇਮਾਰਤ ਵਿੱਚ ਅੱਗ ਲੱਗ ਗਈ। ਫਿਰ भੀ ਕੋਈ ਛੂਹਣ ਨਹੀਂ ਹੋਇਆ, ਤੇ ਸਾਰੇ ਪੈਰਵਾਨ ਹੋ ਗਏ।

ਬੰਗਲੌਰ ਦੇ ਟਿੱਕਨਹਲ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਜੀਅਂ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਮਹਿਲਾ ਲਾਸ਼ ਮਿਲੀ। ਉਸਦਾ ਨਾਮ सलਮਾ (35) ਸੀ, ਫਿਰ ਭੀ ਆਪਣੇ ਅਸਲੇ 'ਤੇ ਕੁਝ ਜਾਣਨ ਦਾ ਮੌਕਾ ਨਹੀਂ।

ਰਾਜਸਥਾਨ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਪਿਤਾ ਨੇ ਆਪਣੀਆਂ 2 ਸਾਲਾਂ ਦੀਆਂ ਜੁੜਵਾਂ ਬੈਟੀਆਂ ਨੂੰ ਗਲ ਕੱਟ ਦਿੱਤਾ।

ਫਿਰ ਭੀ ਮਾਮਲਿਆਂ 'ਚ ਇੱਕ ਸਮਝ ਨਹੀਂ, ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਵਧੀਆ ਅਤੇ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹੋ। #ਚਿਰਾਗ #ਐਮਬਲੈਂਡ #ਪਿਛਲੀਆਂ_ਮੌਕੇ
 
इमारत में दरार पड़ने से तो थोड़ा चिंतित होता है लेकिन किसी भी मामले में लोग सुरक्षित निकाले गए, जो अच्छा है। अब बात करें, यह ऑटो से बेडशीट में लिप्त महिला की शव बरामद होना बहुत दुखद है। 35 साल की एक युवती की जान चली गई, ऐसे तो पुलिस ने भी बताया है कि वह अपने परिवार के लिए बहुत प्यार करती, यह तो बहुत दुखद है।

और यह पिता जो अपनी 2 साल की जुड़वां बेटियों की हत्या कर दिया, वह एक बड़ा अपराधी है। ऐसे मामलों में हमें उन्हें पकड़ने और न्याय लाने की जरूरत है।
 
रेस्तरां में खाने से पहले दम पर दूध पीना चाहिए, तो फिर क्यों देशभर में इतने सारे दुर्घटनाएं हो रही हैं? 🤔

किसी भी तरह की घुट्टियों वाली चीजों से बचने का ध्यान रखें, जैसे कि ऑटो से बेडशीट में लिप्त महिला, या पिता ने अपनी जुड़वां बेटियों की गल काटकर हत्या कर दी। यह तो हमारे समाज की बड़ी समस्या है, जिस पर सोचना चाहिए।

सब कुछ ठीक होने तक खाली रखना, या फिर पुलिस के विशेष सिपाही में से कोई भी तुरंत जांच शुरू कर देना चाहिए। इससे तो यह दुर्घटनाएं कम होंगी, और लोग सुरक्षित रहेंगे।
 
अरे, यह तो बहुत बड़ा हादसा हुआ है! चिराग इलाके में दरारें पड़ गईं, लेकिन किसी को भी गंभीर जान सुरक्षित निकाला गया। तो फिर इतनी बड़ी इमारत में इतनी दरारें तो कैसे हुईं? शायद किसी से नहीं पता था, लेकिन पुलिस की तुरंत चाल दिखाई देनी चाहिए।

और बात करें तेलंगाना की निजी बस, 7 यात्रियों को घायल क्यूकि? बस के मालिक की जिम्मेदारी है लोगों की सुरक्षा का। इसके अलावा, महाराष्ट्र की जान काटने वाली बेटियों की कहानी तो बहुत दुखद है। शायद पिता को थेरेपी की जरूरत है, या फिर वह अपने संदेह से निपटने में असमर्थ।

इन घटनाओं से हमें यह सीखना चाहिए कि हर जगह सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है और लोगों को अपने कर्तव्य को समझना चाहिए।
 
अरे दोस्तो! यह सब क्या कर रहे हैं? पांच मंजिला इमारत में दरारें पड़ गईं, लेकिन फिर भी सभी लोग सुरक्षित निकल आए। लेकिन इस तरह की घटनाओं से हमारे समाज की मजबूती तो नहीं बनती। क्या यही है हमारी जिंदगी की प्राथमिकता?

और बेंगलुरु में ऑटो ड्राइवर की लड़की का शव बरामद हुआ, वह सिर्फ 35 साल की थी। यह तो बहुत ही दुखद। ऐसे ही कई अन्य घटनाएं भी घट रही हैं और हमें इसके पीछे कारण ढूंढने की जरूरत है।
 
अरे वाह, इतनी बुरी खबरें एक साथ नहीं आती, लगती है कि इस दुनिया में तो ऐसे ही कई जोड़े हैं जो शादीशुदा होते हैं और फिर भी प्यार करते रहते हैं 🤣. लेकिन गंभीरता से बात करें, यह सब बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, तो पहले इमारत में दरारें पड़ गईं, तब ऑटो से बेडशीट में लिप्त महिला का शव बरामद हुआ। और फिर भी ऐसी जगहों पर निजी बस पलटने की घटनाएं होती रहती हैं... लगता है कि हमारे रास्ते में कई तरह की जोखिमें आती रहती हैं, लेकिन यह सब सोचने से भागना नहीं चाहिए, समझना और सुधारने चाहिए।
 
वाह, दुनिया बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है तो? पहले चिराग इलाके में पांच मंजिला इमारत में दरारें पड़ गईं और फिर बेंगलुरु के तिलकनगर में एक महिला का शव बरामद हुआ। यह तो साफ तौर पर बताने वाली है कि दुनिया में खतरे हर जगह हैं।
 
दरदस्ती! 🤯 सड़कों पर घूमते समय तो हमें कभी-कभी इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का मुंह देखना पड़ता है। यह बात किसी को भी पसंद नहीं आती।

बेंगलुरु की महिला की गालियां और वाशिम जिले की 2 साल की जुड़वां बेटियों की हत्या... ये दोनों ही ऐसी घटनाएं हैं जो हमारे समाज की दुश्मनी को दर्शाती हैं। लेकिन फिर भी, हमें उम्मीद रखनी चाहिए।

अगर हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा और परिवार की सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाएं, तो शायद इन तरह की घटनाएं कम होने लगें। 🚨
 
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