बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी को बड़ा झटका, कई नेताओं ने छोड़ी AIMIM, थामा RJD का दामन

बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने बड़ा झटका, कई नेताओं ने AIMIM छोड़ दी, तेजस्वी यादव को मिल गया RJD। हैदराबाद सांसद ओवीसी की पार्टी एआईएमआईएम से जफर असलम, मुफ्ती अतहर जावेद, मुफ्ती सुफियान, नेहाल अख्तर, कैसर राही, नियाजुल हसन, अर्शी अजीज, अब्दुल कयूम और कलीमुद्दीन ने अपना नाता तोड़ लिया है। इन सभी नेताओं ने तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी का दामन थाम लिया है।

इस बड़े झटके से ओवैसी की पार्टी को बहुत हानि होगी। एआईएमआईएम के इन सभी नेताओं ने अपने वोटों को तेजस्वी यादव की राजनीति में लगा दिया है। अब ओवैसी की पार्टी को अपने संगठन और समर्थन में कमी, दर्दनाक हानि, गहरे झटके का सामना करना पड़ेगा।

आज, तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपने राजनीतिक जीवन में एक नया दौर शुरू होने वाला है। इन सभी नेताओं के साथ मिलकर तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव में अपनी राजनीति को मजबूत बनाने का प्रयास करेंगे।
 
ओवैसी की पार्टी को यह झटका लगने से पहले तो कुछ नहीं पता था, लेकिन अब ये देखकर अच्छा लगता है कि जफर असलम और अन्य लोगों ने तेजस्वी यादव की पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। यह एक अच्छा संकेत है कि उनकी राजनीतिक दिशा में बदलाव आ रहा है और वे तेजस्वी यादव के साथ मिलकर बिहार चुनाव में जीत हासिल करने की कोशिश करेंगे।
 
बिहार चुनाव में ऐसा बड़ा झटका आ गया है जिससे ओवैसी की पार्टी को बहुत कुछ खोना पड़ेगा 🤕। इन नेताओं ने अपना सिर तोड़कर तेजस्वी यादव की राजनीति में शामिल होने का फैसला किया, और अब उनकी पार्टी को इसका सामना करना पड़ेगा। लेकिन तेजस्वी यादव की पार्टी ने ऐसा फैसला लेने के बाद अपनी राजनीति में कुछ नया और मजबूत लाने का प्रयास करेगी, जिससे उनको आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
 
बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा है और यह एक बुरी खबर है। इन सभी नेताओं को अपने वोटों को तेजस्वी यादव की राजनीति में लगाने से उनकी पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान होगा।
 
मैंने देखा है तो ओवीसी की पार्टी से जुड़े लोग तेजस्वी यादव की तरफ मुड़ गए हैं, लेकिन यह एक अच्छा निर्णय नहीं है, मुझे लगता है। ओवैसी की पार्टी ने बहुत से अच्छे नेताओं को खो दिया है और अब उनकी पार्टी में कमजोरी आ गई है 🤔। लेकिन तेजस्वी यादव की तरफ मुड़ने वाले लोगों ने सही निर्णय नहीं लिया, उन्हें ओवैसी की पार्टी से छोड़कर बेहतर परिणाम दिलाने का मौका खो दिया है 😔
 
ओवैसी की पार्टी जैसे ही सांप की तोड़ पूरी, उसके अन्य नेताओं ने अपना बिस्तर छोड़ दिया है 😏। अब वह लोग क्या करेंगे? ओवैसी को अपनी पार्टी को फिर से जीवित करने का मौका मिला है, लेकिन उसे अपने वोटों पर भरोसा करना होगा, और उम्मीद है वह इस बार सफल होंगे। तेजस्वी यादव ने अच्छी रणनीति बनाई है, फिर कुछ भी हो सकता है। लेकिन मुझे लगता है कि ओवैसी की पार्टी को बहुत समय लगेगा, और उसे अपनी गलतियों से सबक लेना होगा।
 
ओवैसी की पार्टी की यह बड़ी झटका तो देखकर हैरान हो जाता हूँ, उनके नेताओं को सोचते है कि वह क्यों AIMIM छोड़ दिया? उनके वोटों को तेजस्वी यादव की राजनीति में लगाने का मतलब यह है कि ओवैसी की पार्टी को बहुत कमजोर कर दिया गया है। 🤔

अब तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी को एक नया दौर मिलेगा, लेकिन उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी थोड़ा खुद पर भरोसा करना होगा। उन्हें सोचते है कि वे अपनी राजनीति को मजबूत बनाने के लिए क्या कर सकते हैं? मुझे लगता है कि उनको अपने समर्थन और संगठन को फिर से मजबूत बनाना होगा। 💪
 
ओवैसी की पार्टी का इस तरह से झटका लगना तो देखकर हैरान हुआ। ये नेता अपने वोटों को तेजस्वी यादव की राजनीति में लगा दिया है। अब उनकी पार्टी पर यह कमी, दर्दनाक हानि, गहरे झटके पड़ेगा। लेकिन तेजस्वी यादव की पार्ती ने इन सभी नेताओं को अपने साथ मिलाकर बिहार चुनाव में राजनीति मजबूत बनाने का प्रयास करेगी। यह देखकर आश्चर्य हुआ। ओवैसी की पार्टी ने इस तरह से झटका लगने पर बहुत ही बड़ा सवाल उठाया है 🤔
 
बिहार में ओवैसी की पार्टी ने बहुत बड़ा झटका दिया है 🤯, इन सभी नेताओं ने अपना सिर कटा है 😳। अब तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी पर पूरा भरोसा करना पड़ेगा। मुझे लगता है कि राजनीति में कभी भी एक-दूसरे पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, लेकिन यह बात तेजस्वी यादव जैसे नेताओं को समझने की बात है। अगर वे अपने संगठन और समर्थन में कमी, दर्दनाक हानि, गहरे झटके का सामना करेंगे, तो यह उनकी बड़ी कमजोरी होगी। 🤔
 
बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी पर इतना बड़ा झटका लगना देखकर तो लगता है कि एआईएमआईएम की नेताओं के बीच भाईचारा टूट गया। तेजस्वी यादव को मिल जाना अच्छा बात है, लेकिन यह तो उनके लिए नहीं बल्कि आरजेडी के लिए जरूरी था। अब इन सभी नेताओं के साथ मिलकर तेजस्वी यादव दिखाएंगे कि वे कैसे राजनीति करते हैं और उनका यह फैसला क्यों लिया गया है। मुझे लगता है कि अब ओवैसी की पार्टी पर भारी दबाव पड़ेगा, लेकिन जितना नुकसान होगा उतनी ही राजनीतिक शक्ति हाथ से लगाएगी। 🤔
 
बिहार चुनाव में जो हुआ वाह 🤯 ओवैसी की पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा है । कई नेताओं ने AIMIM छोड़ दिया और तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी में शामिल होने की घोषणा की है। अब यह सवाल उठता है कि ओवैसी की पार्टी अपने संगठन और समर्थन में कहाँ से आउट करेगी? 🤔
 
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