आंध्र हादसा-बस से बाइकर नहीं, उसकी लाश टकराई थी:नशे में डिवाइडर से भिड़कर मौत, बाइक समेत बस के नीचे आया; जिंदा जले 20 यात्री

कुर्नूल बस हादसे में 20 लोगों की जान गई, जिनमें से 19 यात्रियों ने बस से कूदकर जान बचाई थी। हालांकि, हादसे की वजह से आग लगने और आग से मौका नहीं छूटने के कारण 20 लोगों की जान गई।

बस हादसे में दोनों व्यक्ति नशे में थे, जिनमें से एक हरिशंकर और अन्य एरी स्वामी थे। दोनों नशे में मौजूद थे और पहले से ही दो दुर्घटनाओं का सामना कर चुके थे।

हादसे की वजह से बस में आग लग गई, जिसमें आग से 200 मीटर तक घिसटी गई। आग लगने के बाद दोनों व्यक्तियों ने अपने जीवन को खोई और बस के पीछे समा गए।

हालांकि, इस हादसे में कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि क्या दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है? क्या उनकी पहचान की गई है? क्या उन्हें तेज गति से गाड़ी चलाने और लापरवाही से पेट्रोल पंप पर रुकने का मामला दर्ज किया गया है?
 
ये दोनों व्यक्ति नशे में थे और कई बार दुर्घटनाओं का सामना कर चुके थे। उनकी यह तरह की लापरवाही और तेज गति से गाड़ी चलाने से जान जोखिम में पड़ती है। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो कई लोग जिंदा बच निकलते। बस के दूसरे व्यक्ति की पहचान कैसे हुई? उनके पास कभी खातन से रिसर्च या फिर कुछ और था जिससे उनकी पहचान हो सकी। यह तो सरकार को जवाब देना चाहिए।
 
यह दुर्घटना बहुत ज्यादा घटित हुआ, तो वहीं कई सवाल खड़े हुए 🤔। क्योंकि दोनों व्यक्ति नशे में थे, तो उनकी सुरक्षा और रिस्क टेकिंग बिल्कुल सही नहीं थी। और यह देखकर दुःख होता है कि उन्होंने अपनी जान खो दी 💔। बस वाले भी बहुत बड़ी निराशा महसूस कर रहे होंगे। तो ऐसे मामलों में हमें सुरक्षा की समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
 
मैंने भी ऐसा ही सोचा था... बस हादसे में 20 लोगों की जान गई, यह बहुत ही दुखद बात है। और सबसे बड़ी चिंता यह है कि दोनों व्यक्तियों ने नशे में सीटी पर बैठकर बस चलाई थी। इसके बाद भी तीन घंटे तक आग लगने के बाद भी उनकी जान नहीं बच सकी।

मुझे लगता है कि इन दोनों व्यक्तियों को अपने पिछले दुर्घटनाओं से सबक लेना चाहिए था। और अगर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया तो इसका फायदा निकल सकता है कि उन्हें इनमें सुधरने का मौका मिले।
 
अरे, यह तो बहुत ही चिंताजनक बात है... बस हादसे में 20 लोगों की जान गई, लेकिन फिर भी सवाल उठ रहे हैं कि दोनों नशे में व्यक्तियों को पकड़ लिया गया है? क्या उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए या नहीं?

मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा सवाल है, लेकिन फिर भी मैं सोचने के लिए खुद को मजबूर कर रहा हूँ... शायद उन्हें पकड़कर जांच करनी चाहिए, लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा मामला है और इसमें बहुत सारे लोग शामिल हो सकते हैं...

मैं खुद से पूछ रहा हूँ कि क्या हमें बस हादसे जैसी घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सावधानी बरतनी चाहिए? या फिर हमें बस पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सुरक्षा उपाय करने चाहिए?

मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा सवाल है, लेकिन मैं खुद से पूछ रहा हूँ...
 
मुझे लगता है कि यह बहुत दुखद हादसा हुआ 🤕। बस में आग लगने की वजह से जान गई, तो फिर भी ऐसा कैसे हुआ? पहले से ही नशे में थे ये दोनों व्यक्ति, तो क्या उनके पास बस चलाने का कोई अनुभव था? 🤔

मुझे लगता है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं की जांच करनी चाहिए। क्या दोनों व्यक्तियों को सजा मिलेगी या नहीं? 🤷‍♂️

मैं बस से निकलने की सलाह देता हूं, बस सवारी करते समय हमेशा सावधान रहें और नशे में न चलें। यह जानबूझकर करने वालों को सजा मिलेगी, लेकिन नशीली दवाओं की समस्या बहुत गहरी है 🚫
 
मुझे ये बात बहुत दुखद लग रही है... जैसे मैं खुद भी बस में सवार था, तब भी मेरे मन में यह सोचता है कि फिर भी ऐसा कुछ नहीं होता। और अब 20 लोगों की जान गई, जिस बात को मैं कभी नहीं सोच सकता था। दोनों व्यक्तियों ने बस से कूदकर अपनी जान बचाई थी, लेकिन आग लगने और आग से मौका नहीं छूटने के कारण उनकी जान गई।

मुझे लगता है कि ऐसे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमें अपने वाहनों की चेतावनी सिस्टम्स और अन्य सुरक्षा उपायों में सुधार करने की जरूरत है। और पुलिस, बस ड्राइवरों और यात्रियों को जागरूक करने की जरूरत है ताकि वे ऐसी दुर्घटनाओं को रोक सकें।

मुझे खेद है कि ऐसा हुआ। मैं उनके परिवारों के लिए शुभकामनाएं करता हूँ। 🙏💔
 
ये दोनों व्यक्तियों ने अपनी जान गंवाई, लेकिन हमें यह नहीं पता कि उनके पीछे क्या था। थोड़े सोचते हैं तो फिर ये हादसे कैसे हुआ। पुलिस को यहाँ से कोई जवाब मिलना चाहिए।
 
मुझे लगता है कि बस हादसे में क्या देखकर नहीं चला था, दोनों व्यक्तियों ने अपनी जान खो दी थी, लेकिन सुरक्षा पर बात करने के लिए तो उनके पास अभी भी बहुत कुछ है। और तेज गति से गाड़ी चलाने और लापरवाही से पेट्रोल पंप पर रुकने का मामला दर्ज किया गया, नहीं, तो यह सचमुच एक अजीब समीकरण है 🤔
 
कुर्नूल बस हादसे एक बहुत बड़ा सवाल उठाता है... क्या हमारे देश में नशीली दवाओं के इस प्रकार के खतरे हैं? दोनों व्यक्तियों को नशे में चलने की अनुमति थी, और फिर भी उन्हें अपने जीवन को खोना पड़ा... यह तो बहुत बड़ी चिंता है।
 
ये बहुत बड़ा हादसा हुआ, तो दोनों व्यक्ति नशे में थे और ऐसा करने से पहले कभी विचार नहीं करते 🤦‍♂️। बस चलाने का जिम्मेदारी कौन लेता है? ज्यादातर मामलों में लोग बस को चलाने का आनंद लेते हैं और कभी सोचते नहीं हैं कि आग लगने पर कैसे निकलेंगे। यह बहुत बड़ा सवाल है।
 
यह बहुत दुखद है... दो व्यक्तियों की जान गई, यह तो समझ नहीं आ रहा... उन्हें तो पहले से ही दो दुर्घटनाओं का सामना कर चुके थे, फिर भी लापरवाही से गाड़ी चलाने और पेट्रोल पंप पर रुकने का मामला दर्ज करने की जरूरत तो नहीं?... बस में आग लगने की वजह से 20 लोगों की जान गई, यह तो बहुत ही दुखद है...

मुझे लगता है कि इन दो व्यक्तियों की पहचान करने और उनके परिवार को सहायता देने की जरूरत है। क्या उन्हें पुलिस ने तो पहले से ही गिरफ्तार कर लिया है?... यह जानने की जरूरत है कि वे किन स्थानों पर नशीली दवाओं की खरीद-फरोख्त करते थे, और वे कैसे अपने जीवन को इतना खतरनाक बनाते थे।...

बस हादसे में दोनों व्यक्तियों की जान गई, यह तो बहुत ही दुखद है... हमें उनके परिवार को सहायता देनी चाहिए और उन्हें नशीली दवाओं से मुक्ति पाने में मदद करनी चाहिए।
 
ये दुनिया जो हम जीते हैं वो कभी भी नहीं खुशी न्यूनतम होती है! बस हादसे में 20 लोगों की जान गई, बस के पीछे सम गए, तभी हम तुरंत सवाल उठते हैं कि दोनों को पकड़े गए या नहीं? यह हादसे क्या सिखाता है कि हमें अपने जीवन में ध्यान और जिम्मेदारी रखने की जरूरत है, ताकि हम कभी भी इस तरह की परिस्थितियों में न पड़ें।
 
यह तो बहुत बड़ा दुर्घटना है 🚨। बस हादसे में 20 लोगों की जान गई, यह बहुत दुखद है। लेकिन सवाल उठते हैं कि दोनों व्यक्तियों को तेज गति से गाड़ी चलाने और लापरवाही से पेट्रोल पंप पर रुकने का मामला दर्ज किया गया है? यह तो बहुत बड़ा सवाल है। क्या पुलिस ने उनकी पहचान की है? क्या उन्हें आरोपी बनाया जाएगा? यह तो भी देखना होगा। लेकिन सबसे पहले, मैं यह कहूँगा कि बस हादसे में हमारे देश के युवाओं की जान जान गई, यह बहुत दुखद है।
 
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