स्तीश शाह की जान जा गई है, उनकी अंतिम विदाई ने दिलों को छू लिया है। इन्हें साथ लेकर आ गए कई सितारे, जिनमें रुपाली गांगुली, रत्ना पाठक शाह, नसीरुद्दीन शाह और शरत सक्सेना भी शामिल थे।
पूर्व में यह बताया गया था कि स्तीश शाह को अंतिम दर्शन करने पहुंचे कई दिग्गज अभिनेता, जैसे कि सुधीर पांडे, हसमुख शाह और दिलीप ताहिल। इनमें से अधिकांश लोगों ने अपनी दुखद भावनाएं व्यक्त करते हुए खुद परिवार को बुलाया था।
स्तीश शाह की जान जाने के बाद, उनकी पत्नी रत्ना पाठक शाह को साथ लेकर आ गए कई सितारे। इनमें से रुपाली गांगुली और नसीरुद्दीन शाह भी शामिल थे, जिन्होंने अपने दर्शन में खुशी और दुख का मिश्रण दिखाया। शरत सक्सेना को भी उनके अंतिम दर्शन करने के लिए आ गए, जहां उन्होंने अपने आप को बहुत दुखी पाया।
स्तीश शाह ने जीवन में कई फिल्में की, जिनमें से अधिकांश को सफलता मिली। उनकी पहली फिल्म 'मुझसे दोस्ती करोगे' में उन्होंने एक असिस्टेंट डायरेक्टर की भूमिका निभाई थी, जिससे उन्हें अच्छी पहचान मिली।
स्तीश शाह की मृत्यु की खबर सुनकर कई लोगों को बुरा हाल हुआ। इनमें रुपाली गांगुली भी शामिल थीं, जिन्होंने अपने दर्शन में रोते हुए दिखाई दीं। नसीरुद्दीन शाह ने भी अपने आप को बहुत दुखी पाया।
इन सभी लोगों ने स्तीश शाह को याद करते हुए एक विशेष शब्द कहा, जिससे उनकी यादें और भी गहराई में घुस गईं।
पूर्व में यह बताया गया था कि स्तीश शाह को अंतिम दर्शन करने पहुंचे कई दिग्गज अभिनेता, जैसे कि सुधीर पांडे, हसमुख शाह और दिलीप ताहिल। इनमें से अधिकांश लोगों ने अपनी दुखद भावनाएं व्यक्त करते हुए खुद परिवार को बुलाया था।
स्तीश शाह की जान जाने के बाद, उनकी पत्नी रत्ना पाठक शाह को साथ लेकर आ गए कई सितारे। इनमें से रुपाली गांगुली और नसीरुद्दीन शाह भी शामिल थे, जिन्होंने अपने दर्शन में खुशी और दुख का मिश्रण दिखाया। शरत सक्सेना को भी उनके अंतिम दर्शन करने के लिए आ गए, जहां उन्होंने अपने आप को बहुत दुखी पाया।
स्तीश शाह ने जीवन में कई फिल्में की, जिनमें से अधिकांश को सफलता मिली। उनकी पहली फिल्म 'मुझसे दोस्ती करोगे' में उन्होंने एक असिस्टेंट डायरेक्टर की भूमिका निभाई थी, जिससे उन्हें अच्छी पहचान मिली।
स्तीश शाह की मृत्यु की खबर सुनकर कई लोगों को बुरा हाल हुआ। इनमें रुपाली गांगुली भी शामिल थीं, जिन्होंने अपने दर्शन में रोते हुए दिखाई दीं। नसीरुद्दीन शाह ने भी अपने आप को बहुत दुखी पाया।
इन सभी लोगों ने स्तीश शाह को याद करते हुए एक विशेष शब्द कहा, जिससे उनकी यादें और भी गहराई में घुस गईं।