इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक नई दुनिया का उदय हो रहा है। शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने टर्मिनल-2 का औपचारिक उद्घाटन किया, जिसमें यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं और अनुभव प्रदान किए गए हैं।
टर्मिनल-2 में कई नए विचारों के साथ एक नई दिशा में आगे बढ़ने की कोशिश की गई है। यहां पर यात्रियों को खुद अपना सामान चेक-इन करने की सुविधा दी गई है, जिससे कतारों में लगने का समय बचेगा। छह नए पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, अत्याधुनिक ऑटोनोमस डॉकिंग तकनीक से लैस हैं, जो विमान की ऊंचाई के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाते हैं।
टर्मिनल-2 में वर्चुअल इन्फॉर्मेशन डेस्क की डिजिटल सुविधा यात्रियों को लाइव उड़ान स्थिति, बोर्डिंग गेट नेविगेशन, दुकानों की जानकारी, वर्चुअल चैट असिस्टेंट और वाई-फाई कूपन जैसी सेवाएं देती है। नई छतें, स्काईलाइट डिजाइन, आकर्षक फर्श और साफ साइनेज यात्रियों को खुला और स्वागत योग्य माहौल देते हैं।
टर्मिनल-2 एक सुरक्षित और टिकाऊ भविष्य की ओर अग्रसर है। बेहतर वायु गुणवत्ता, आधुनिक अग्निशमन प्रणाली और ऊर्जा-कुशल मैकेनिकल अपग्रेड से यह हवाई अड्डा भी अधिक सुरक्षित और टिकाऊ बना है।
टर्मिनल-2 को एक यात्री-केंद्रित परिसर के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जहां यात्रियों को अपने समय को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने की सुविधा मिलेगी। यह हवाई अड्डा भारत के लगभग 50 प्रतिशत हवाई यातायात को संभालता है, और यह देश का एक पसंदीदा ट्रांसफर हब बनकर उभर रहा है।
टर्मिनल-2 में कई नए विचारों के साथ एक नई दिशा में आगे बढ़ने की कोशिश की गई है। यहां पर यात्रियों को खुद अपना सामान चेक-इन करने की सुविधा दी गई है, जिससे कतारों में लगने का समय बचेगा। छह नए पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, अत्याधुनिक ऑटोनोमस डॉकिंग तकनीक से लैस हैं, जो विमान की ऊंचाई के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाते हैं।
टर्मिनल-2 में वर्चुअल इन्फॉर्मेशन डेस्क की डिजिटल सुविधा यात्रियों को लाइव उड़ान स्थिति, बोर्डिंग गेट नेविगेशन, दुकानों की जानकारी, वर्चुअल चैट असिस्टेंट और वाई-फाई कूपन जैसी सेवाएं देती है। नई छतें, स्काईलाइट डिजाइन, आकर्षक फर्श और साफ साइनेज यात्रियों को खुला और स्वागत योग्य माहौल देते हैं।
टर्मिनल-2 एक सुरक्षित और टिकाऊ भविष्य की ओर अग्रसर है। बेहतर वायु गुणवत्ता, आधुनिक अग्निशमन प्रणाली और ऊर्जा-कुशल मैकेनिकल अपग्रेड से यह हवाई अड्डा भी अधिक सुरक्षित और टिकाऊ बना है।
टर्मिनल-2 को एक यात्री-केंद्रित परिसर के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जहां यात्रियों को अपने समय को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने की सुविधा मिलेगी। यह हवाई अड्डा भारत के लगभग 50 प्रतिशत हवाई यातायात को संभालता है, और यह देश का एक पसंदीदा ट्रांसफर हब बनकर उभर रहा है।