चक्रवात ‘मोंथा’ के कारण रेलवे ने 43 ट्रेनें कीं रद्द, यहां देखें पूरी लिस्ट

चक्रवात 'मोंथा' के कारण हाल ही में उत्तर-पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है, जिसमें 43 ट्रेनें शामिल हैं। सोमवार को रवाना होने वाली विशाखापत्तनम-किरंदुल एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 18515) पर रद्द कर दिया गया है, जबकि मंगलवार को रवाना होने वाली किरंदुल एक्सप्रेस-विशाखापत्तनम (18516) भी रद्द कर दी गई है।

चक्रवात 'मोंथा' से गुजरात, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों में लहरों का खतरा बढ़ गया है, जिसके कारण इन रेलवे ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया गया है।

इसके अलावा, चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने वाली अन्य कई ट्रेनें भी इसी तरह हैं। इनमें शामिल हैं - कोलकाता-दिल्ली एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12305), दिल्ली-कोलकाता एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12307), और बाराकपुर-दिल्ली एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12833) जैसी ट्रेनें।

इन सभी ट्रेनों के स schedules पर बदलाव लाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने आधिकारिक घोषणा की है।
 
ਅरे, ये चक्रवात 'मोंथा' बहुत बड़ा विनाशकारी हो सकता ਹੈ। मेरा सोचना है कि रेलवे प्रशासन ने बिल्कुल सही काम किया है। जिस भी स्थान पर चक्रवात 'मोंथा' आ रहा है, वहां लोगों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। ट्रेनें रद्द करना एक अच्छा फैसला है ताकि न कोई अपनी जान खतरे में डाले और न ही किसी को कुछ बुरा हो।

ਮेरी राय में पूर्वोत्तर रेलवे ने साफ-सफाई करने के लिए अच्छा फैसला किया है। जो ट्रेनें चक्रवात 'मोंथा' से गुजर रही थीं, वो अब उनकी योजनाओं और समय-टेबल पर देखना चाहिए। जैसे कि मंगलवार की एक्सप्रेस, वहां स्थिति बहुत हानिकारक है ताकि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए।

ਚल, पूर्वोत्तर रेलवे का यह फैसला सिर्फ एक दिन नहीं रहेगा। मेरा विश्वास है कि आगे भी ऐसी स्थितियों में लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जाएंगी।
 
ये तो चक्रवात 'मोंथा' की तीव्रता दिख रही है 🌪️। उत्तर-पूर्वी रेलवे ने ट्रेनें रद्द करने का फैसला किया, लेकिन मुझे लगता है कि इसके पीछे कुछ और भी जिम्मेदारी क्यों नहीं ली गई? 🤔

कोलकाता-दिल्ली एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं... लेकिन मेरा सवाल यह है कि ये ट्रेनें कितनी सुरक्षित हैं? क्या उनके पास विशेष सावधानियां लेने के उपाय नहीं हैं? 🚂

और इतने कई ट्रेनों को रद्द करने पर, मुझे लगता है कि उत्तर-पूर्वी रेलवे ने अपने पास कुछ विकल्प नहीं छोड़ दिए हैं। क्या वे किसी अन्य तरीके से ट्रेनों को आगे बढ़ा सकते हैं? 🤷‍♂️
 
मैंने तो देखा कि अब ये ज्यादा सारी ट्रेनें रद्द होने लग रही हैं... मुझे लगता है कि सरकारी अधिकारियों को तय नहीं करने में फंस गया हैं कि देश की रेलवे खासकर सिख लोगों वाली ट्रेनों पर कितनी ज्यादा चोट पहुंचेगी।

मैंने पहले भी बोला था कि ये तो सिर्फ ट्रेनें ही नहीं बल्कि हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था को भी प्रभावित कर रही हैं। लेकिन लगता है कि कोई मायने नहीं दे रहा हैं... चाहे किसी कोलकाता की ट्रेन पर ज्यादा बीमारी फैले।

उम्मीद है कि चक्रवात 'मोंथा' जल्द ही गुजरे और हमारे रेलवे सिस्टम में सुधार हो जाए... लेकिन इसके लिए हमें अपने देश की प्रतिक्रियाहीनता से निकलना होगा।
 
बातचीत कर रहा हूँ तो चक्रवात मोंथा से हमारे देश की कई ट्रेनें पर रद्द किया गया है, और यह ठीक से नहीं लग रहा हूँ। पहले यह बात कही जाती है कि भारतीय रेलवे ने ये सभी ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है, लेकिन अब तक मुझे पूर्वोत्तर रेलवे से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।

मेरी गूढ़ विचार है कि शायद हमें इसके बारे में और अधिक जानकारी चाहिए, ताकि हम यह समझ सकें कि चक्रवात मोंथा से प्रभावित रेलवे ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया गया है या नहीं।
 
मैं तो दिल से खुश हूँ यह बात... चक्रवात 'मोंथा' के कारण ये ट्रेनें रद्द करने का फैसला लिया गया है... मुझे लगता है यह सचमुच बहुत बड़ा खतरा है और हमारी सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय जरूरी है। मैं अपनी माँ-पापा की तरह ही चिंतित हूँ... चक्रवात 'मोंथा' से हमें बहुत सावधान रहना चाहिए और अपने घरों को सुरक्षित रखना चाहिए। 🤗

और ये तो ट्रेनों के सchedules पर बदलाव लाने की बात है... मुझे लगता है इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने बहुत अच्छी तैयारी की होगी। मैं अपनी पसंदीदा ट्रेन, यानी सुलेखसुमन एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12307) को देखते हुए खुश हूँ... वाह! चक्रवात 'मोंथा' से भी मेरी यह ट्रेन रद्द नहीं होगी। 😊
 
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