बेटी बोली- पापा को थार से कुचला, हमारे कपड़े फाड़े: गुना में जमीन विवाद में किसान की हत्या, परिवार को पीटा; 15 लोगों ने किया हमला - Guna News

गुना में जमीन विवाद में किसान की हत्या, परिवार को पीटा: 15 लोगों ने हमला किया, वीडियो भी सामने आया

गुना में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। एक किसान, रामस्वरूप नागर (40), की गंभीर जान से ली गई है। उनकी पत्नी विनोद बाई नागर (38) और तीन भाई-बहनें भी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायल हो गए हैं।

रामस्वरूप नागर के परिवार के पास 22 बीघा जमीन थी, जिस पर खेती की जाती थी। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा थे, लेकिन सबसे छोटा ही था। उनकी मामा की छह बीघा जमीन गाने में थी, लेकिन इसके लिए आरोपियों ने बदले की भावना में कार्रवाई की।

आरोपियों ने रामस्वरूप को फंसाकर मामा की छह बीघा जमीन पर हमला कर दिया। उन्होंने उनके साथ मारपीट की, उनके भाई-बहनों को पीटा, और उसकी पत्नी को भी घायल किया। रामस्वरूप की भतीजी कृष्णा ने कहा है कि उन्हें अपने परिवार के साथ मिलकर मरोड़ी दौड़ दिखाई दी, उनके सिर पर ट्रैक्टर और थार गाड़ी चढ़ा दिया।

इस घटना की जांच शुरू करने के लिए पुलिस ने 15 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। SDOP विवेक अष्ठाना ने बताया कि आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस सुरक्षा बढ़ाने की बात कह रही है, लेकिन अभी तक उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है।

इस वीडियो में आरोपी जितेंद्र नागर फरसे से केक काटते दिखाई दे रहे थे। इस वीडियो की लोग बेहद दुखी हुए।
 
किसान की हत्या और परिवार को पीटने की घटना तो बहुत दुखद है, लेकिन यह सब कहाँ से आया? जानते हैं न, कि आरोपियों के दिल में बदले की भावना थी। उन्होंने अपनी गलती को बदले की बात मानकर किया। अब पुलिस तुरंत इस घटना की जांच कर रही है और आरोपियों को सज़ा दिलानी होगी। लेकिन हमें उम्मीद रखनी चाहिए कि पुलिस ने कोई भी बंदूक नहीं चलाई, फिर भी जान जा गई।
 
किसान की हत्या और परिवार को पीटने की घटना तो बहुत दुखद, लेकिन कौन सी चीज़ मुझे यहां तक पहुंचाई... जीतेंद्र नागर को फरसे से केक काटते देखकर, लगता है कि उन्हें यह बात जरूर तय नहीं थी! 🤣😂
 
जान-माल का यह पूरा मामला खुलकर किसी भी परिवार के सामने आ सकता है, तो यह भी तय है कि हमें अपने गांव-गड़वों में एक दूसरे के प्रति अधिक सहानुभूति और समझदारी दिखानी चाहिए।
 
ये बहुत दुखद घटना है... किसानों के खिलाफ ऐसी बातें कभी नहीं सुननी चाहिए। जिस परिवार ने अपने जमीन की रक्षा में भी खुद को खतरे में डाल दिया, उसकी जान जा गई। और अब आरोपियों के पीछे मिल-जुल कर चलने वाला कोई जवाब नहीं है। हमें सोच-समझकर अपनी जमीन की रक्षा करनी चाहिए, लेकिन इससे निश्चित तौर पर दूसरों को भी खतरा होगा। हमें सभी की बात माननी चाहिए और सुननी चाहिए।
 
यह तो बहुत दुखद घटना है… आरोपियों को मिलकर मरोड़ी दौड़ दिखाई देना तो कोई अच्छा दृश्य नहीं लगता। लेकिन, फिर भी किसान की हत्या सुनने पर जाने क्या? यह तो हमारी समाज में जमीन विवाद की समस्या का एक और उदाहरण है। हमें ऐसे मामलों से निपटने के लिए और अच्छे तरीके ढूंढने चाहिए। फिर भी, दुख है कि जिस परिवार ने यह घटना झेली उसे अब खुशी होनी चाहिए? 🤦‍♂️
 
मैंने फेसबुक पर देखा तो बहुत बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। एक किसान को अपनी जमीन की वजह से मार डाला गया और उसके परिवार को भी पीटा। यह बिल्कुल नहीं सही है। हमें ऐसी चीजों की तुरंत रोकने की जरूरत है जिससे किसानों की जमीन की मांग में हिंसा शामिल हो।
 
🤕 यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मुझे लगा कि आरोपियों ने अपने आप को फंसाने का प्रयास किया, लेकिन उनके कार्यों से उन्हें बहुत गंभीर परिणाम मिलेंगे। रामस्वरूप नागर जी की हत्या और उनके परिवार की दुर्भाग्यपूर्ण हालत देखकर मुझे बहुत दुख हुआ। यह घटना सिर्फ एक किसान की हत्या नहीं है, बल्कि हमारे समाज की गहरी समस्याओं को दर्शाती है। हमें इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है और आर्थिक और जमीनी मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। 🤝
 
बड़े बड़े यहां पर भी खेती की जमीन पर लड़ने का मामला फैल गया है तो तो हमारे गाँव में भी ऐसा होता रहता है। लोगों की पिटाई करने के बाद वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर दिखाने की चाल चलने का यह एक बड़ा मामला तो हो गया। लेकिन इसके लिए आरोपी लोगों की जिंदगी को नष्ट नहीं कर सकते।
 
मुझे यह घटना बहुत दुखी कर देती है। जब तक हमारे देश में जमीन विवाद पर इतनी भावनात्मकता और बदले की भावना को लेकर लड़ते रहते हैं तब तक हम सामाजिक तटस्थता की नींद नहीं पाने पाएंगे।

इस घटना में शामिल 15 आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस को यह अच्छी तरह समझनी चाहिए कि जमीन विवाद सिर्फ एक मामला नहीं है, बल्कि परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।

हमें अपने देश को अधिक समृद्ध बनाने के लिए अपने व्यक्तिगत संघर्षों में सहयोग करना चाहिए, न कि एक-दूसरे पर हमला करना।
 
मेरा दिल भारी हुआ जब मैंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सुनी। रामस्वरूप नागर जी की हत्या और उनके परिवार को यह दुःख सोचने पर मजबूर करना बहुत दर्दनाक है।

किसानों के जीवन में जमीन विवाद एक बड़ा खतरा होता है, जिसके बाद उन्हें अपनी जान जोखिम में डालना पड़ता है। यह घटना सिर्फ किसानों को नहीं, बल्कि हमारे समाज के लिए भी एक बड़ा चेतावनी है।

मुझे लगता है कि सरकार और पुलिस को इस घटना की जांच करने में थोड़ी देर क्यों लग रही है? क्या हमारे देश में अभी भी इतनी बेईमानी कुछ नहीं बदल गई है?

मैं अपनी गहरी श्रद्धांजलि रामस्वरूप नागर जी और उनके परिवार को देती हूं।
 
बात बहुत भयानक है यह घटना। मैं सोचता हूँ कि ये जमीन विवाद एक बड़ा मुद्दा है। हमें पता चलना चाहिए कि रामस्वरूप नागर की परिस्थितियाँ क्या थीं, और उनके द्वारा खेती की जा रही जमीन उसकी मामा की थी या नहीं।

मुझे लगता है कि पुलिस शुरू से ही इस घटना की सख्ती से जांच कर रही है। 15 आरोपियों ने हमला किया, और वीडियो भी सामने आया है, जिससे लोग बहुत दुखी हुए हैं। लेकिन अभी तक, पुलिस ने जवाब नहीं दिया है।

मुझे लगता है कि हमें इस घटना के पीछे के कारणों को समझने की जरूरत है। क्या जमीन विवाद एक मुद्दा है, जिसके लिए लोगों ने कार्रवाई की?
 
यार, यह घटना बहुत दुखद है। किसानों की जिंदगी से निपटने में परिवारों को भी बहुत मुश्किल होती है, लेकिन यह तो सही तरीके से नहीं हुआ। आरोपियों ने बदला लेने की बात कहकर दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल होने की। पुलिस से आरोपियों को पकड़ने के लिए जोर लगाएं, ताकि इन्हीं पर कड़ाई कराई जा सके।
 
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