फ्रांस के लूव्र म्यूजियम में रखे 140.6 कैरेट के भारतीय हीरे को चोरों ने हाथ तक नहीं लगाया, जबकि उन्होंने देश से करीब 900 करोड़ की बेशकीमती रत्नों को चुरा लिया। यह सवाल इसलिए उठता है कि क्या इस हीरे में शापित होने की कहानी सच है।
हीरे की कहानी बहुत पुरानी है, लेकिन इसका नाम पहली बार 1664 में फ्रांसीसी राजा लुइ द्वितीय ने सुना था। उस समय यह हीरा मुगल सम्राट शाहजहाँ के खजाने से लिया गया था, जो भारतीय उपमहाद्वीप से आया था।
यह सवाल उठता है कि क्यों चोरों ने इस हीरे को चुराने की कोशिश नहीं की। एक ओर, यह कहा जाता है कि हीरे पर शापित होने की कहानी सच है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि वह किसी को नुकसान पहुंचाएगा। दूसरी ओर, यह कहा जाता है कि हीरे में कोई शक्ति या संपत्ति नहीं है।
लेकिन चोरों ने इस हीरे को चुराने की कोशिश नहीं की, जबकि उन्होंने देश से करीब 900 करोड़ की बेशकीमती रत्नों को चुरा लिया। यह सवाल इसलिए उठता है कि क्या इस हीरे में शापित होने की कहानी सच है, या यह सिर्फ एक पुरानी कथा है।
कृपया ध्यान दें, भारतीय हीरे पर शापित होने की कहानी बहुत पुरानी और विवादित है। इसकी सच्चाई और अर्थ हमेशा से सवालों का विषय रहा है।
हीरे की कहानी बहुत पुरानी है, लेकिन इसका नाम पहली बार 1664 में फ्रांसीसी राजा लुइ द्वितीय ने सुना था। उस समय यह हीरा मुगल सम्राट शाहजहाँ के खजाने से लिया गया था, जो भारतीय उपमहाद्वीप से आया था।
यह सवाल उठता है कि क्यों चोरों ने इस हीरे को चुराने की कोशिश नहीं की। एक ओर, यह कहा जाता है कि हीरे पर शापित होने की कहानी सच है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि वह किसी को नुकसान पहुंचाएगा। दूसरी ओर, यह कहा जाता है कि हीरे में कोई शक्ति या संपत्ति नहीं है।
लेकिन चोरों ने इस हीरे को चुराने की कोशिश नहीं की, जबकि उन्होंने देश से करीब 900 करोड़ की बेशकीमती रत्नों को चुरा लिया। यह सवाल इसलिए उठता है कि क्या इस हीरे में शापित होने की कहानी सच है, या यह सिर्फ एक पुरानी कथा है।
कृपया ध्यान दें, भारतीय हीरे पर शापित होने की कहानी बहुत पुरानी और विवादित है। इसकी सच्चाई और अर्थ हमेशा से सवालों का विषय रहा है।