रील बनाते हुए यमुना नदी में फिसले बीजेपी विधायक रवि नेगी, AAP नेता को दे रहे थे चैलेंज; वीडियो वायरल

बीजेपी विधायक रवि नेगी ने यमुना नदी में फिसलकर अपनी जान बचाई थी, लेकिन उनके इस खतरनाक कदम के बाद आम आदमी पार्टी (आप) नेता भारद्वाज ने उन पर हमला किया है।

भारद्वाज ने डीपीसीसी की एक रिपोर्ट शेयर की थी, जिसमें बताया गया है कि यमुना नदी में पानी नहाने लायक नहीं है, और इसमें मानव अपशिष्ट की मात्रा खतरनाक स्तर पर है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार ने एक सप्ताह के लिए पूर्वी यमुना नहर से पानी का रुख मोड़ दिया है, और चेतावनी दी है कि इस बदलाव के समाप्त होने के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है।

इस घटना ने लोगों को हिला दिया है, और सवाल उठने लगे हैं कि नदी की गुणवत्ता इतनी खराब क्यों हुई है, और सरकार क्यों नहीं बात कर रही है।
 
इस घटना में राजनीतिकरण हो रहा है तो फिर भी जानने को मिलेगा कि नदियों की गुणवत्ता कैसे खराब होती है 🤔। अगर सरकार सच्चाई बताना चाहती है तो हमें पता चलना चाहिए कि नदियों की साफ-सफाई के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं और क्या योजनाएं बनाई जा रही हैं। प्रदूषण के मुद्दे पर सरकार को न तो भयभीत होना चाहिए और न ही हमें इसके लिए निराश महसूस करना चाहिए। सरकार को एक विकल्प यह सोचना चाहिए कि कैसे नदियों की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है और अपनी योजनाओं को लागू करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। नदियों की साफ-सफाई एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन इसके लिए हमें सबकुछ समाधान नहीं देना चाहिए, बस एक विकल्प चुनना चाहिए। 🌊
 
Wow 🤯, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि रवि नेगी जी को खतरे में डाला गया था, लेकिन उनके इस खतरनाक कदम के बाद भारद्वाज साहब ने उन पर हमला किया है। 🤕 यहां तक कि यमुना नदी में पानी नहाने लायक नहीं होने की बात, और इसमें मानव अपशिष्ट की मात्रा खतरनाक स्तर पर होने की बात... बहुत चिंताजनक है 🤔
 
अरे भाई, यह तो बहुत बड़ा मामला है! 🤯 पूर्वी यमुना नहर से पानी का रुख मोड़ने से नदी की गुणवत्ता और खराब होने की बात करना तो असंभव है। लेकिन सवाल उठने लगे हैं कि सरकार नहीं बोल रही है क्यों? 🤔 हमें पता होना चाहिए कि नदियों की गुणवत्ता कैसे बनाए रखी जाती है, और प्रदूषण को कैसे रोका जा सकता है। यह तो एक बड़ा मुद्दा है! 🌊
 
🤔 यह तो बहुत ही खतरनाक है कि यमुना नदी में पानी नहाने लायक नहीं है और इसमें मानव अपशिष्ट की मात्रा खतरनाक स्तर पर है। 🚽 मुझे लगता है कि हरियाणा सरकार ने एक बार फिर से अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की है, लेकिन इससे प्रदूषण का स्तर और बढ़ जाएगा। 🚮

मुझे लगता है कि सरकार को तुरंत इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है और नदी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। 🌊 अगर हम अपनी नदियों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए एक साथ मिलकर काम करते हैं, तो हम इसका सामना कर सकते हैं। 💪
 
अरे, यह तो बहुत बड़ा मुद्दा है! 🤯 river ki paheli kab tak solved ho jayegi? phir bhi koi logon ko yamuna ke pani se nuksaan nahi hua, toh kitna hai badloob? aur aap leader ki baat par kya maan rahe hain, jo river ki gundgi ko sabse pehle dekh rahe hain? 🤔 meri baat yeh hai ki har logon ko paryavaran ki samasya ka dhyan dena chahiye.
 
मुझे लगता है कि यह घटना सिर्फ एक उदाहरण है कि हमारे देश में प्रदूषण की समस्या कितनी गंभीर है। ये खतरनाक कदम लेने वाले लोगों को अपनी जान बचाने के लिए तुरंत कोई समाधान नहीं मिला, तो हमारे देश में कैसे साफ-सफाई का ध्यान रखा जाएगा। और यह भी सवाल उठता है कि सरकार क्यों ऐसा नहीं कर रही है। प्रदूषण की समस्या को हल करने के लिए हमें अपनी राजनीतिक रुचियों से ऊपर आना होगा।

🌊😕
 
नदी को बचाने के लिए हमें पहले अपने घर को साफ करना होगा, फिर दूसरों को साफ करना होगा। यमुना नदी की गुणवत्ता इतनी खराब क्यों हुई है, यह सवाल जरूरी है। सरकार तो बात कर रही है लेकिन क्या वास्तविक कदम उठा रही है? पानी नहाने के लिए यमुना नदी में जाना खतरनाक है, तो फिर से इसका उपयोग कैसे करना है?
 
🤔 यमुना नदी की स्थिति तो बहुत ही चिंताजनक है... मुझे लगता है कि हमें इस पर सख्ती से बोले किसी भी नेता की तरह नहीं बोलना चाहिए, लेकिन सरकार को जरूर ध्यान देना चाहिए कि कैसे नदी की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है... मुझे लगता है कि यह एक बड़ा मुद्दा है, और हमें इस पर जागरूकता फैलानी चahiye कि हमारी नदियों की स्वच्छता बहुत महत्वपूर्ण है। 🌊 river_lover
 
नदी हमेशा से तो प्रदूषित ही, लेकिन अब यह बहुत खतरनाक हो गई है... 🌊😷 देखा जाए तो हरियाणा सरकार ने अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं किया, और यमुना नदी पर पानी का रुख मोड़ देने से बात करने से भी नहीं है। 🤔 यह तो लोगों को हिला देता है, और सवाल उठने लगते हैं कि सरकार तो कहां से सोच रही है... 🤷‍♂️ river ka badhav toh sabse pahle kanoon ki zarurat thi, aur ab wahi kar liya gaya hai... 👀
 
🤔river ke saath is baar kya hua hai? yamuna nadi mein pani nahin nahana ukti hai, lekin koi log yaha pani naahenkahe the? yeh ek bada swaal hai.

yadhi yeh aapki party ko lage raha hai toh bhi iske baare mein sochna chahiye. harianwa sarakar ne ek saaptah ke liye poorvi yamuna naher se pani ka ruke na diya to kaisi thi paristhiti?

yeh batana ki nadi ki gunitaat itni achi nhi hai, aur paryavaran ko kaise bachaya ja sakta hai. iske baad hi humein ek saath milkar kuch sochna chahiye.
 
अरे, यमुना नदी की स्थिति तो बहुत चिंताजनक है 🤕, लोग कितने पानी में खेल रहे थे वो अब ड्राई सिक्का जैसा लग रहा है 😷। यह तो सरकार की भूमिका पर सवाल उठना चाहिए, क्योंकि नेताओं की बातें और आरोप-प्रतिक्रियाएं लोगों के लिए जरूरी नहीं होती हैं। हरियाणा सरकार ने तो कोई गलती क्या की थी, या फिर उन्होंने सोचा था कि प्रदूषण बढ़ सकता है? 🤔। नदी की गुणवत्ता खराब होने पर सरकार को जरूर कुछ करना चाहिए, लेकिन यह तो बात है, और भारद्वाज जी ने आरोप लगाए, फिर उन्हें सबूत देने की जरूरत है 📝
 
रवि नेगी जी को फिसलकर अपनी जान बचाने का शौर्य देखकर मुझे गर्व हुआ 🙌। प्राण रक्षा करने का यह कदम खतरनाक नहीं है, बल्कि बहादुरी और निडरता का प्रदर्शन है। भारद्वाज जी को यह आरोप लगाने से समझ में नहीं आता कि क्यों नदी में पानी नहाने लायक नहीं है। अगर सरकार द्वारा कोई भी कदम उठाया गया तो इसके बाद यमुना नदी की गुणवत्ता इतनी खराब हुई? इसमें सरकार का हाथ दिखाई देना चाहिए, न कि राजनीतिक हमलों में।
 
अरे, यह तो बहुत बड़ा मुद्दा है यमुना नदी की गुणवत्ता का। पानी नहाने लायक नहीं होना तो सिर्फ एक समस्या है, फिर भी इसके पीछे की वजहें और सरकार की अनदेखी है। मैंने खोजा है कि यमुना नदी में उत्सर्जित होने वाले कचरे से भरपूर होने की वजह से यह समस्या बन गई है, और इसके लिए हमारी सरकार को जिम्मेदार है। 🌊🚮

मैंने भी देखा है कि हरियाणा सरकार ने एक सप्ताह के लिए पूर्वी यमुना नहर से पानी का रुख मोड़ दिया है, और यह बदलाव तो नदी की गुणवत्ता को और भी खराब कर रहा है। हमें सरकार से जवाबदेही करनी चाहिए, और इसके लिए कुछ कदम उठाने होंगे। 🚫💪
 
नदी की साफ-सफाई पर चिंता ज्यादा हो दिया चाहिए, तो कुछ भी पानी में फिसलकर जीवन बचाने की जरूरत नहीं है 🌊. मुझे लगता है कि बीजेपी विधायक रवि नेगी को अपनी कार्रवाई के परिणामों के लिए सोचा जाना चाहिए, और आम आदमी पार्टी नेता भारद्वाज की चिंताएं मायने रखती हैं। सरकार को नदी की गुणवत्ता से संबंधित सच्चाई बतानी चाहिए, ताकि लोगों को पता चल सके कि नदी कैसे खराब हुई है और इसके परिणाम क्या होंगे।
 
मुझे लगता है कि यमुना नदी की स्थिति बहुत गंभीर है 🚨, अगर हम इसकी गुणवत्ता की जांच करते हैं तो पाएंगे कि इसमें मानव अपशिष्ट की मात्रा 500 टन से अधिक है, और पानी में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा 100 भारद्वाज प्रति एकलीमीटर में है! 🤯

इस रिपोर्ट को देखकर लगता है कि हरियाणा सरकार को नदी की स्थिति पर ध्यान नहीं देने देना चाहिए, और प्रदूषण नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम उठाने चाहिए 🌊

यमुना नदी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए हमें अपनी सरकारों से मिलकर एकता से काम करना होगा, और नदी की स्वच्छता को प्राथमिकता देनी होगी 🌟

यदि इस समस्या पर सरकारों को ध्यान नहीं दिया जाता है, तो यह हमारे भविष्य को खतरे में डाल सकता है! 🤖
 
अरे, ये तो भारद्वाज का नए पैर से बढ़ गई घास है 🤣। पहले वह नदी में पानी नहाने लायक नहीं है, फिर उन्होंने कह दिया कि पूर्वी यमुना नहर का रुख बदल गया है। अब वो क्या कहेगा? मानो वह अपने पैरों को खो भूल गए हैं 😂। और चेतावनी देने वाली सरकार तो क्या करेगी? नदी की गुणवत्ता अच्छी होने की उम्मीद क्यों नहीं करती? 🤷‍♂️
 
बड़ा शॉक 😱 मेरा यह पढ़कर मिला। यमुना नदी तो हमारी प्राचीन संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसकी गुणवत्ता इस तरह खराब कैसे हुई? 🤔 सरकार तो इतनी बात नहीं कर रही, यह सवाल लोगों को टिकने देना चाहिए। प्रदूषण कम करने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे, न कि एक व्यक्ति या दल पर छोड़कर। river ka swasthya toh kaisa rahega? 🌊
 
🙄 यह तो बस आम आदमी पार्टी की दुनिया में रहते हैं! नदी की गुणवत्ता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के बजाय भारद्वाज सिर्फ खींचलने में माहिर हैं। हरियाणा सरकार ने पूर्वी यमुना नहर से पानी का रुख मोड़ने के लिए ऐसा क्यों किया? यह तो समझने के लायक नहीं है। और भारद्वाज की ओर से आरोप लगाने से नदी की गुणवत्ता में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 🤷‍♂️
 
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