पंजाब पूर्व DGP के बेटे की डायरी में 10 नोट: 2 बार ऑनलाइन जहरीले पदार्थ मंगाए; लिखा- ये लोग मुझे रास्ते से हटा सकते हैं - Panchkula News

अकील अख्तर की डायरी में नोट पढ़ने से पहले तारीख लिखने का एक उदाहरण है। अकील ने अपनी नशे की आदत को स्वीकार करने वाले नोट में लिखा था, "मैं रास्ते से हटा दूंगा।"
 
कल की खबरों से लगता है कि अकील अख्तर की जिंदगी में चीजों को एक्ट कराने की बजाय टिप्पणियां करने पर ध्यान देने की जरूरत है। वह अपनी डायरी में लिखते हैं कि अगर उनकी नशे की आदत को स्वीकार करने वाले नोट में लिखा था तो "मैं रास्ते से हटा दूंगा।" तो यह तो बहुत अच्छा निशाना लगाया है, खासकर जब उन्होंने ऐसी बातें नहीं कहीं की होती। इससे लगता है कि अकील अपनी जिंदगी में सुधार करने के लिए अभी भी बहुत समय दे रहे हैं। 😒📰
 
अकील अख्तर की डायरी में नोट पढ़ने से पहले तारीख लिखने का एक उदाहरण है... 🤔
मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही दिलचस्प और शक्तिशाली तरीका है। जब हम अपने जीवन में ऐसे नोट लिखते हैं जो हमारी आदतों को सुधारने या बदलने के बारे में बात करते हैं, तो वे हमें अपने जीवन को बदलने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
जैसे कि अकील अख्तर ने लिखा था, "मैं रास्ते से हटा दूंगा।" यह एक बहुत ही संक्षिप्त और शक्तिशाली बात है जो हमें अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रेरित कर सकती है।
लेकिन, मुझे लगता है कि यह तरीका सभी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। कुछ लोगों को अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए एक और अधिक धीरे-धीरे और सावधानी से करने की जरूरत हो सकती है।
कुल मिलाकर, यह एक बहुत ही दिलचस्प और शक्तिशाली तरीका है जो हमें अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
 
क्या ये सच है कि अगर आप अपने जीवन में एक नई चीज़ को शुरू करते हैं, तो पहले उस पर विचार करने की जरूरत नहीं है? अकील अख्तर की डायरी में लिखित नोट सुनकर लगता है कि वह अपनी नशे की आदत को स्वीकारने के बाद खुद को बदलने की कोशिश कर रहे थे। उसके नोट में लिखा है "मैं रास्ते से हटा दूंगा"। तो क्या वह अपने जीवन में एक नई चीज़ शुरू करने के बाद पहले उस पर विचार नहीं करते? या फिर वह बस आगे बढ़ने की कोशिश करते?
 
मेरी राय तो यह है कि अकील अख्तर की बात सुनकर हमें अपने जीवन पर नज़र रखने की जरूरत है। अगर वह ऐसा सोच रहा था तो फिर भी वह अपनी समस्याओं से लड़ने की कोशिश कर पाया और अब वो लोगों के बीच एक उदाहरण बन गया है।

लेकिन अगर हम देखें तो अकील ने 2014 में इस नोट को लिखा था। तब के समय में युवाओं की नशे की समस्या बहुत बड़ी थी। और अब देखने पर यह बदल गया है। युवाओं की अपने सपनों को पूरा करने के लिए नई राहें ढूंढने की जरूरत है।

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि अकील ने जीवन में कई उतार-चढ़ाव किए थे, परंतु वह कभी हार नहीं मानी। और अब वो हमें एक उदाहरण दिखा रहा है कि अगर हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें तो हम भी सफल हो सकते हैं।

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मुझे यह खेद है कि नशीली दवाओं की समस्या जैसे मुद्दों पर अक्सर चर्चा होती है। लेकिन अगर ऐसी चीजें हैं जो हमें सिखाती हैं, तो वो हमारी जिंदगी को और भी गहराई देती हैं।

मेरी राय में इस तरह के नोट पढ़ना एक दर्दनाक याद दिलाता है। अकील अख्तर जी की कहानी सुनकर लगता है कि वो अपने जीवन के बारे में नहीं सोच रहे थे, बस रास्ता छोड़ देने की कोशिश कर रहे थे। यह तो एक बहुत बड़ी गंभीरता है।

मुझे लगता है कि अगर हम अपने जीवन की यात्रा पर सोचें और फैसले लें, तो हम अपने निर्णयों से खुद को अधिक मजबूत बना सकते हैं।
 
मेरे दोस्त तुम्हें पता होगा अकील अख्तर की डायरी में उनके नोट्स बहुत ही गहरे और स्वतंत्र थे। उनकी एक नोट में लिखा था, "मैं रास्ते से हटा दूंगा।" यह तो पूरी तरह से सच है। जिंदगी में कुछ तुम्हारे लिए सही नहीं होता, तो फिर क्यों जारी रखोगे? अकील ने अपनी आदतों और विचारों को खुलकर व्यक्त किया था। उनकी डायरी एक सच्ची आत्म-खोज की कहानी है।
 
मुझे यह खबर देखकर आश्चर्य हुआ, अकील अख्तर की डायरी में तारीख नोट करने का तरीका सुनकर. ये एक अच्छा विचार है, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि इसका उपयोग नशीली दवाओं की आदत को स्वीकारने के लिए किया जाएगा।

आजकल देश में ड्रग्स की समस्या बहुत बढ़ गई है, और हमें इस पर ध्यान रखना चाहिए। मैं समझ नहीं पा रहा था कि अकील ने इतनी बड़ी समस्या को स्वीकार किया है और इसका समाधान तारीख नोट करने से कहाँ आयेगा।

अगर वास्तव में इस तरह का तरीका मददगार है, तो यह जरूर अच्छा होगा, लेकिन मुझे लगता है कि इसके पीछे कुछ और जानकारी भी होनी चाहिए।
 
मुझे ऐसा लगता है कि अकील अख्तर की कहानी हमें बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सीखने को मिलती है। उनकी नशे की आदत और उसे छोड़ने की कोशिश करने की बात... मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा परिवर्तन है जिसे हमें अपनाने की जरूरत है।

मैंने एक छोटा सा डायरी पेज बनाया है जिसमें तारीख लिखने से पहले एक बटन डाला है। यहाँ है:
```
+---------------+
| तारीख |
+---------------+
```
मुझे लगता है कि अगर हम तारीख लिखते हैं और फिर नोट पढ़ते हैं, तो हमें अपनी आदतों को बदलने में मदद मिलती है।
 
अकील अख्तर की डायरी में नोट पढ़ने से पहले तारीख लिखने का एक उदाहरण है 🤔। यह तो बहुत ही महत्वपूर्ण बात है। हमारी जिंदगी में हमेशा से दुश्मनों से लड़ाई करते रहते हैं, लेकिन कभी-कभी ऐसी मुश्किलों का समाधान खोजने के लिए ही हमें थोड़ी भी रुकने और विचार करने की जरूरत है। अकील अख्तर जी ने अपने इस नोट में सोच-समझकर आगे बढ़ने की तैयारी कर ली थी, वहीं दूसरी ओर हम अक्सर अपनी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए इतने ही जल्दबाजी करते रहते हैं।
 
अकील अख्तर की डायरी में तारीख लिखने का तरीका जो हम सब सोचते हैं वह सही नहीं है। अकील ने एक बार अपने नोट में लिखा था, "मैं रास्ते से हटा दूंगा।" यहाँ तारीख लिखने का तरीका और रास्ते से हटाने का विचार किसी को भी आश्चर्यचकित कर सकता है।

मुझे लगता है अगर आप एक नोट में तारीख लिखते हैं तो वहां खुद को याद दिलाना चाहिए। जैसे अकील के जैसे, "आज मैं रास्ते से हटा दूंगा।" ऐसी चीजों को लेकर बात करना थोड़ा मजाक है।
 
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